दोस्तो अगर कोई इंसान से हम रोज बात करते है तो फिर हमे उनसे बात करने की आदत लग जाता है, और फिर जब उनसे बात नही होती फिर हम उनसे बात करने के लिए पागल हो जाते है। अगर आपका भी कोई दिल का खास इंसान आपसे रूठ चुका है और वो आपसे बात नही कर रहा है तो उनके के साथ आप हमारी ये बात नही करने की शायरी को WhatsApp, Facebook, Instagram या कोई और सोशल मीडिया माध्यम से शेयर करके उनको आसानी से बात करने के लिए मना सकते है।
BAAT NAHI KARNE KI SHAYARI
कई रातो के बाद आजकी रात आई है,मेरे महबूब ने मुझसे बात नाकरने की कसम खाई है!
मैं अपने हर वादे पर काईम हुं आज भी,वो अपनी हर बात सेमुकर जाता हैं कल की तरह।
उनकी अपनी मर्जी है,जो हमसे बात करते है, औरहमारा पागलपन तो देखो जोउनकी मर्जी का इंतज़ार करते है।
तुम्हें हक है अपनी दुनिया में खुश रहने का,मेरी तो बस इतनी सी खता है,मैंने तो तुम्हें ही अपनी दुनिया माना है।
बात तो आज भी होती हैं रात भरपर फर्क सिर्फ इतना हैं,पहले तुझसे होती थी और अब खुद से।
छोड़ दिया मैंने भी किसी को परेशान करना,जिसकी खुद मर्ज़ी ना हो बात करने कीउससे जबरदस्ती क्या करना।
दिल का हाल बताना नहीं आता,
किसी को ऐसे तड़पना नहीं आता,
सुनना चाहते है आपके आवाज़,
मगर बात करने का बहाना नहीं आता।
बात नहीं करने की शायरी
किस बात पर मिजाज बदला-बदला सा है,शिकायत है हमसे या ये असर किसी और का है!
किसी लड़की से ज्यादा बातेमत करना आदत हो जाती है,ओर जब इस आदत को तुम मोहब्बतकहते हो फिर आफत हो जाती है।
एक वक्त था जब बाते हीखत्म नहीं होती थी,आज सबकुछ खत्म हो गयामगर बात ही नहीं होती
आज भी सोचता हूं तो रूह कांप जाती है,कितनी आसानी से कह दिया तुमनेहमें तुमसे बात नहीं करनी।
HEART TOUCHING BAAT NAHI KARNE KI SHAYARI
अंधेरी रात में अधूरी ख्वाहिशे लिएफिरता हूं, दिल में तेरी यादेऔर बाते लिए फिरता हूं!
अगर कोई दिल का करीबी तुमसेबात करना बंद कर देता हैं,तो सच कह रहा हूँ यार जिंदगी मेंजीना बहुत मुश्किल हो जाता है।
बात तो वो आज भी करती है,
बस फर्क़ इतना है,
कल हमसे करती थी,
आज किसी और से करती है।
आज दूर जाने की बात करते हो,कल दुवाओं में भी पास बुलाओगे,आज अंजान होने की बात करते हो,देखना कल देखने को भी तरश जाओगे।
मजबूर नहीं करेंगे तुम्हेंबात करने के लिए,चाहत होती तो दिल तुम्हारा भीकरता बात करने का।
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WO BAAT NAHI KARTE SHAYARI
हर बात पर अब तुम रूठने लगे हो,शायद मुझसे बोर हो गए हो, इसलिएबात ना करने का बहाना ढूंढ रहे हो।
माना तुम मेरे नही परमुलाक़ात कर लो, होठों से ना सही,आँखों से ही बात कर लो।
सच बताना,क्या मुझे तुम याद नहीं करते?करते हो अगर, फिर मुझसे तुमबात क्यों नहीं करते?
मोहब्बत का कोई कसूर नहीं,उसे तो मुझसे रूठना ही था,दिल मेरा शीशे सा साफ़,और शीशे का अंजाम तो टूटना ही था।
किसी को क्या बताएं कीकितने मजबूर है हम,जिसे चाहा सच्चे दिल सेआज उसी से दूर है हम।
कभी किसी से बात करने कीआदत मत डालना, क्यों की अगरवो बात करना बंद कर दे तो,दुबारा जीना मुश्किल हो जाता है यार।
बात नहीं करने पर शायरी
उनसे बात नहीं होती,किसी और से बात करनेका मन नहीं करता।
हिचकियाँ कहती हैं कि तुम याद करते हो,पर बात नहीं करोगे तो एहसास कैसे होगा।
दिन हुआ है, तो रात भी होगी,मत हो उदास, उससे कभी बात भी।
वो किसी और से हँस हँस कर बात करता है,तकलीफ़ में देखा था मैंने उसे , अपने साथ।
बातें करना अच्छा लगता है,जब अपना कोई साथ हो,बातें सुनना भी अच्छा लगता है,जब अपना ही ज़िक्र और बात हो।
बात ये नहीं हैं कीअब उनसे बात नहीं होती,बात ये हैं की उन पर येबात कोई असर नही करती।
नफ़रत हो जायेगी तुझे अपने ही किरदार से,अगर मैं तेरे ही अंदाज़ में तुझसे बात करूं।
हां अब सुबह से शाम बातनहीं होती है हमारी,लेकिन ऐसा कोई वक्त नहींजब याद ना आती हो तुम्हारी।
कुछ सोच कर ही बोला होगा तुमनें,ख्वाब ही थे जो साथ देखे हमने,अब नहीं करनी है बात हमसे तो ना सही,कुछ ना कहकर भी सबकुछ जाहिर कर दिया तुमने।
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